July 23, 2014

ब्राह्मण कौन हैं ? क्या हैं ?कहाँ हैं ? WHO ARE BRAHMINS?

                                   ब्राह्मण कौन हैं ? क्या हैं ?कहाँ हैं ?
ब्राह्मण धर्म - वेद 
ब्राह्मण कर्म  - गायत्री
ब्राह्मण  जीवन - त्याग
ब्राह्मण  मित्र - सुदामा 
ब्राह्मण  क्रोध - परशुराम 
ब्राह्मण  त्याग - ऋषि दधिची
ब्राह्मण  राज - बाजीराव पेशवा
ब्राह्मण  प्रतिज्ञा - चाणक्य
ब्राह्मण  बलिदान - मंगल आज़ाद 
ब्राह्मण  भक्ति - रावण
ब्राह्मण  ज्ञान - आदि गुरु शंकराचार्य
ब्राह्मण  सुधारक - महर्षि दयानंद 
ब्राह्मण  राजनीतिज्ञ - कोटिल्य
ब्राह्मण  विज्ञान - आर्यभट
ब्राह्मण  गणितज्ञ -रामानुजम 
ब्राह्मण  खिलाड़ी - सचिन तेंदुलकर
कर्म से ,धर्म से ,दान से ,ज्ञान से ,विज्ञान से ,नाम से ,जीवन से ,मृत्यु से ,भक्ति से , शक्ति से , मुक्ति से , आत्मा से , परमात्मा से , मूल्यों से संस्कारो सेबल सेबुद्धि सेकौशल से,सम्मान से , विश्वास से
ब्राह्मण  बनना शुरू करिए  तभी अपने पूर्वजो के किये गौरवशाली कार्यो पर आप गर्व कर पायगे...

" ब्राह्मण महिमा "
ब्राह्मण :-ब्रह्म के मुख  से उत्पन्न सर्वोच्च वर्ण 
ब्राह्मण  का जन्म : भगवान् विष्णु का अंश अवतार।
ब्राह्मण  की विद्या: ज्ञान का अथाह सागर 
ब्राह्मण  की बुद्धि : समस्त समस्याओं का समाधान 
ब्राह्मण  की वाणी : वेद का ज्ञान 
ब्राह्मण  की शिक्षा : जीवन जीने की कला ।
ब्राह्मण  की दृष्टी ; सम्भाव 
ब्राह्मण  शिखा: संकल्पों का समुह 
ब्राह्मण  की दया : संकटों का हरण 
ब्राह्मण  की कृपा : भवसागर तरने का साधन ।
ब्राह्मण  का कर्म  : सर्व जन हिताय 
ब्राह्मण का निवास : देवालय 
ब्राह्मण  के दर्शन : सर्वमंगल 
ब्राह्मण  का आशीर्वाद : समस्त सुखो की प्राप्ति ।
ब्राह्मण  की सेवा : परलोक सुधारना ।
ब्राह्मण  का वरदान: मोक्ष  की प्राप्ति ।
ब्राह्मण  का अस्त्र : श्राप 
ब्राह्मण  का शस्त्र : कलम 
ब्राह्मण को दान : सहस्त्रो पापो से मुक्ति 
ब्राह्मण  को दक्षिणा : सात पीढ़ी का उद्धार
ब्राह्मण की सन्तुष्टि : सभी भय से मुक्ति 
ब्राह्मण  की हुँकार: राजा महाराजों  का चरणागत होना ।
ब्राह्मण  की गर्जना : सर्वभूतों का संहार   ब्राह्मण  का कोप : सर्वनाश I                                                          
ब्राह्मण  की एकता : सर्व शक्तिमान 
जय महाकाल  .....जय परशुराम 



July 05, 2014

सहजन(drumsticks) पाचन से जुड़ी समस्याओं को खत्म कर देता है।

सहजन पाचन से जुड़ी समस्याओं को खत्म कर देता है। हैजा, दस्त, पेचिश, पीलिया और कोलाइटिस होने पर इसके पत्ते का ताजा रस, एक चम्मच शहद, और नारियल पानी मिलाकर लें, यह एक उत्कृष्ट हर्बल दवाई है।
- सहजन के पत्ते का पाउडर कैंसर और दिल के रोगियों के लिए एक बेहतरीन दवा है। यह ब्लडप्रेशर कंट्रोल करता है। इसका प्रयोग पेट में अल्सर के इलाज के लिए किया जा सकता है। यह पेट की दीवार के अस्तर की मरम्मत करने में सक्षम है। यह शरीर की ऊर्जा का स्तर बढ़ा देता है

BRAND Archetypes through lens -Indian-Brands

There has been so much already written about brand archetypes and this is certainly not one more of those articles. In fact, this is rather ...