ब्राह्मण कौन
हैं ? क्या हैं ?कहाँ हैं ?
ब्राह्मण धर्म - वेद
ब्राह्मण कर्म - गायत्री
ब्राह्मण जीवन - त्याग
ब्राह्मण मित्र - सुदामा
ब्राह्मण क्रोध - परशुराम
ब्राह्मण त्याग - ऋषि दधिची
ब्राह्मण राज - बाजीराव पेशवा
ब्राह्मण प्रतिज्ञा - चाणक्य
ब्राह्मण बलिदान - मंगल आज़ाद
ब्राह्मण भक्ति - रावण
ब्राह्मण ज्ञान - आदि गुरु शंकराचार्य
ब्राह्मण सुधारक - महर्षि दयानंद
ब्राह्मण राजनीतिज्ञ - कोटिल्य
ब्राह्मण विज्ञान - आर्यभट
ब्राह्मण गणितज्ञ -रामानुजम
ब्राह्मण खिलाड़ी - सचिन तेंदुलकर
कर्म से ,धर्म से ,दान से ,ज्ञान से ,विज्ञान से ,नाम से ,जीवन से ,मृत्यु से ,भक्ति से , शक्ति से , मुक्ति से , आत्मा से , परमात्मा से , मूल्यों से , संस्कारो से, बल से, बुद्धि से, कौशल से,सम्मान से , विश्वास से
ब्राह्मण जीवन - त्याग
ब्राह्मण मित्र - सुदामा
ब्राह्मण क्रोध - परशुराम
ब्राह्मण त्याग - ऋषि दधिची
ब्राह्मण राज - बाजीराव पेशवा
ब्राह्मण प्रतिज्ञा - चाणक्य
ब्राह्मण बलिदान - मंगल आज़ाद
ब्राह्मण भक्ति - रावण
ब्राह्मण ज्ञान - आदि गुरु शंकराचार्य
ब्राह्मण सुधारक - महर्षि दयानंद
ब्राह्मण राजनीतिज्ञ - कोटिल्य
ब्राह्मण विज्ञान - आर्यभट
ब्राह्मण गणितज्ञ -रामानुजम
ब्राह्मण खिलाड़ी - सचिन तेंदुलकर
कर्म से ,धर्म से ,दान से ,ज्ञान से ,विज्ञान से ,नाम से ,जीवन से ,मृत्यु से ,भक्ति से , शक्ति से , मुक्ति से , आत्मा से , परमात्मा से , मूल्यों से , संस्कारो से, बल से, बुद्धि से, कौशल से,सम्मान से , विश्वास से
ब्राह्मण बनना शुरू
करिए तभी
अपने पूर्वजो के किये
गौरवशाली कार्यो पर आप
गर्व कर पायगे...
" ब्राह्मण
महिमा "
ब्राह्मण :-ब्रह्म के मुख से उत्पन्न सर्वोच्च वर्ण ।
ब्राह्मण का जन्म : भगवान् विष्णु का अंश अवतार।
ब्राह्मण की विद्या: ज्ञान का अथाह सागर ।
ब्राह्मण की बुद्धि : समस्त समस्याओं का समाधान
ब्राह्मण की वाणी : वेद का ज्ञान ।
ब्राह्मण की शिक्षा : जीवन जीने की कला ।
ब्राह्मण की दृष्टी ; सम्भाव
ब्राह्मण शिखा: संकल्पों का समुह ।
ब्राह्मण की दया : संकटों का हरण ।
ब्राह्मण की कृपा : भवसागर तरने का साधन ।
ब्राह्मण का कर्म : सर्व जन हिताय ।
ब्राह्मण का निवास : देवालय ।
ब्राह्मण के दर्शन : सर्वमंगल
ब्राह्मण का आशीर्वाद : समस्त सुखो की प्राप्ति ।
ब्राह्मण की सेवा : परलोक सुधारना ।
ब्राह्मण का वरदान: मोक्ष की प्राप्ति ।
ब्राह्मण का अस्त्र : श्राप ।
ब्राह्मण का शस्त्र : कलम
ब्राह्मण को दान : सहस्त्रो पापो से मुक्ति
ब्राह्मण को दक्षिणा : सात पीढ़ी का उद्धार
ब्राह्मण की सन्तुष्टि : सभी भय से मुक्ति
ब्राह्मण की हुँकार: राजा महाराजों का चरणागत होना ।
ब्राह्मण की गर्जना : सर्वभूतों का संहार । ब्राह्मण का कोप : सर्वनाश ।I
ब्राह्मण की एकता : सर्व शक्तिमान
जय महाकाल .....जय परशुराम
ब्राह्मण का जन्म : भगवान् विष्णु का अंश अवतार।
ब्राह्मण की विद्या: ज्ञान का अथाह सागर ।
ब्राह्मण की बुद्धि : समस्त समस्याओं का समाधान
ब्राह्मण की वाणी : वेद का ज्ञान ।
ब्राह्मण की शिक्षा : जीवन जीने की कला ।
ब्राह्मण की दृष्टी ; सम्भाव
ब्राह्मण शिखा: संकल्पों का समुह ।
ब्राह्मण की दया : संकटों का हरण ।
ब्राह्मण की कृपा : भवसागर तरने का साधन ।
ब्राह्मण का कर्म : सर्व जन हिताय ।
ब्राह्मण का निवास : देवालय ।
ब्राह्मण के दर्शन : सर्वमंगल
ब्राह्मण का आशीर्वाद : समस्त सुखो की प्राप्ति ।
ब्राह्मण की सेवा : परलोक सुधारना ।
ब्राह्मण का वरदान: मोक्ष की प्राप्ति ।
ब्राह्मण का अस्त्र : श्राप ।
ब्राह्मण का शस्त्र : कलम
ब्राह्मण को दान : सहस्त्रो पापो से मुक्ति
ब्राह्मण को दक्षिणा : सात पीढ़ी का उद्धार
ब्राह्मण की सन्तुष्टि : सभी भय से मुक्ति
ब्राह्मण की हुँकार: राजा महाराजों का चरणागत होना ।
ब्राह्मण की गर्जना : सर्वभूतों का संहार । ब्राह्मण का कोप : सर्वनाश ।I
ब्राह्मण की एकता : सर्व शक्तिमान
जय महाकाल .....जय परशुराम